गुरु, दिसम्बर 25, 2025

Startup Wakefit company just made afternoon naps official! – 

Startup Wakefit company just made afternoon naps official!

अब इस कंपनी के ऑफिस में दोपहर को कर्मचारी ले सकते हैं चैन की ‘नींद’

Startup Wakefit company just made afternoon naps official!
JOIN OUR WHATSAPP GROUP

यह खबर उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जिन्हें ऑफिसों में दोपहर के भोजन करने के बाद झपकी या नींद लेने की आदत है। ऐसे कर्मचारियों को अक्सर ऑफिस में बॉस नसीहत के साथ नौकरी से जाने का भी आदेश जारी करते हैं। ‌अब हमारे देश में एक कंपनी ने एक अनूठी पहल शुरू की है। इस कंपनी ने अपने दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भोजन के बाद दिन में आधे घंटे नींद लेने के आदेश जारी कर दिए हैं। वैसे अभी तक ऐसी व्यवस्था किसी भी कंपनी में नहीं है। इस आदेश के बाद दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। आइए जानते हैं इस कंपनी के बारे में। ‌बता दें कि इस कंपनी का नाम है स्टार्टअप वेकफिट सॉल्‍युशन है । कंपनी के सह-संस्‍थापक चैतन्‍य रामालिंगेगौड़ा ने एलान किया कि अब कर्मचारी दोपहर में दो बजे से लेकर ढाई बजे के बीच एक झटपट नींद ले सकेंगे। चैतन्‍य ने दोपहर की नींद से संबधित स्‍टडी का भी हवाला दिया। उन्‍होंने कहा दोपहर में सोने से परफॉरमेंस बेहतर होता है और प्रोडक्टिविटी भी अच्‍छी रहती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बेंगलुरु की वेकफिट सॉल्‍युशन स्टार्टअप कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक मेल जारी किया है, जिसमें कहा गया कि वो दोपहर के वक्त आधे घंटे की नींद ले सकते हैं। कंपनी ने ट्विटर पर भी इसकी घोषणा की, जिसके बाद से इस फैसले की चर्चा दुनियाभर में हो रही है। साथ ही लोग कंपनी के मैनेजमेंट की भी प्रशंसा कर रहे। बता दें कि आज दुनिया की कई बड़ी ग्लोबल कंपनी ऐसी हैं जो अपने कर्मचारियों को कई सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट आदि कंपनियां हैं जो अपने कर्मचारियों के हितों का पूरा ध्यान रखती हैं। कोरोना संकटकाल और लॉकडाउन में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (घर से काम करना) की भी सहूलियत दी थी। आज भी लाखों कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम ही कर रहे हैं। इसके साथ कई कंपनियां कर्मचारियों को अवकाश के साथ रेस्ट भी खूब दे रहीं हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों का मानना है कि कर्मचारियों पर दबाव नहीं रहेगा तो वह और बेहतर काम कर सकते हैं।

AK
Author: AK

! Let us live and strive for freedom ! Freelance Journalist ! Politics ! News Junky !

Relates News

Discover more from DW Samachar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading