लोकसभा चुनाव से चंद महीनों पहले बिहार पॉलिटिक्स में हुआ बड़ा उलटफेर को देख राजनीति के जानकार भी हैरान है। पटना से लेकर राजधानी दिल्ली तक जबरदस्त सियासी हलचल है। आज बिहार एक बार फिर राजनीति में बड़ा खेल देखने जा रहा है। बिहार एक ऐसा राज्य है जिसकी सियासत पूरे देश भर में सुर्खियों में बनी रहती है। अभी कुछ दिनों पहले तक किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक पाला बदलकर भाजपा के खेमे में आ जाएंगे। बिहार में नीतीश-लालू का गठबंधन टूट गया है। आज सुबह 10 बजे एक अणे मार्ग पर सीएम आवास में जेडीयू विधायक दल की बैठक होगी। इसमें पार्टी की ओर से सीएम नीतीश कुमार को नेता चुन लिया जाएगा। साथ ही सारे निर्णयों के लिए उन्हें अधिकृत कर दिया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। साथ ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। राज्यपाल से आज ही नए सीएम के तौर पर शपथ दिलाने की मांग करेंगे।
वहीं दूसरी तरफ आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव लगातार अपने नेताओं और विधायकों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। यह 9वीं बार होगा जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतीश कुमार 2 डिप्टी सीएम के साथ शपथ लेंगे। ये दोनों डिप्टी सीएम भाजपा से हो सकते हैं। भाजपा-जेडीयू की तरफ से 14-14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी 2 मंत्री पद की मांग की है। शपथ समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते हैं। इधर, पटना में राजद की बैठक के दौरान तेजस्वी ने दावा किया कि असली खेला बाकी है। नीतीश हमारे आदरणीय थे और रहेंगे। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया। लालू ने अपने मंत्रियों से कहा-इस्तीफा नहीं दें।
पूर्णिया में आज कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक होगी। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने की। इसमें उपस्थित सभी चार विधायकों ने नीतीश सरकार को समर्थन देने का निर्णय किया। इस मोर्चा के चार विधायक उस समय भी नीतीश के साथ थे, जब उन्होंने राजग छोड़ महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का निर्णय किया था। बाद में मोर्चा के विधायक सरकार से अलग हो गए। मांझी के मुताबिक, उस समय उन पर अपनी पार्टी का जदयू में विलय कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। अगर सब कुछ सही रहा तो 99 फीसदी संभावना है कि बिहार में आज ही सत्ता परिवर्तन हो जाएगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो नीतीश कुमार आज अपने पॉलिटिकल करियर में 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वैसे, सियासी संकेत बिल्कुल साफ हैं। लालू यादव की पार्टी आज सत्ता से बेदखल हो जाएगी। नीतीश कुमार के नए पार्टनर के तौर बीजेपी और हम आ जाएगी। ऐसी संभावना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने रहेंगे। वैसे, आधिकारिक तौर पर किसी ने कुछ भी मीडिया से नहीं कहा है। मगर, सबकुछ तय है।
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