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Kejriwal, Tiranga Yatra in HP: हिमाचल में केजरीवाल का तिरंगा यात्रा स्थगित, कारण जान लीजिए

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हिमाचल और गुजरात में अपनी पार्टी की अगुवाई कर सत्ता बनाने के लिए पूरी जोर लगा रहे हैं। इस गुजरात में लगातार एक्टिव होना और वहां खुद को भाजपा का सबसे प्रबल दावेदार बता रही है। इसी मकसद को मजबूत करने की प्लानिंग केजरीवाल एंड कंपनी हिमाचल में भी कर रहे हैं। चुनावी वर्ष में आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वहां केजरीवाल का तिरंगा यात्रा निकलने वाला था, लेकिन ठीक 24 घंटे पहले पार्टी को अपनी तिरंगा यात्रा स्थंगित करनी पड़ी है।

तिरंगा यात्रा स्थगित करने के पीछे कारण बताया जा रहा है खराब मौसम। 12 जुलाई को प्रस्तावित तिरंगा यात्रा पालमपुर में आयोजित होनी थी। बताया जा रहा है कि बीते दो दिनों से मौसम का अलर्ट है और अधिक बारिश होने की चेतावनी आज भी जारी की गई है। ऐसे में कई रास्ते भी बीच बीच में भूस्खलन व पेड़ गिरने आदि से बाधित हो रहे हैं। लोगों के जीवन को संकट में न डालते हुए आम आदमी पार्टी ने रैली को ही स्थरगित कर दिया। मौसम विभाग का अलर्ट है और जगह जगह भूस्खलन हो रहा है रास्ते भी बंद हैं। ऐसे में वाहनों को आवाजाही में दिक्कत होगी और लोगों को पहुंचने में भी परेशानी होगी। ऐसे में कोई अनहोनी घटना न घट जाए। इसलिए मौसम के मद्देनजर तिरंगा यात्रा को स्थसगित कर दिया है। हालांकि केजरीवाल को सुनने के लिए न केवल कांगड़ा जिला बल्कि अन्य जिलों से भी पार्टी कार्यकर्ता पहुंच रहे थे। मौसम विशेषज्ञों की चेतावनी पर एहतियात बरतते हुए लोगों की सुरक्षा के चलते यह फैसला लिया है

पार्टी ने रविवार को कहा था कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रम में केजरीवाल के साथ शामिल होने के लिए राज्य का दौरा करेंगे। एक महीने के भीतर आप प्रमुख और मान का चुनावी राज्य का यह दूसरा दौरा होना था जो अब खराब मौसम के कारण नहीं हो पाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके पंजाब समकक्ष ने 11 जून को हिमाचल प्रदेश में शिक्षा की स्थिति पर विचार-विमर्श करने के लिए हमीरपुर जिले में आयोजित टाउन हॉल बैठक में भाग लिया था।

टाउन हॉल बैठक को संबोधित करते हुए केजरीवाल और मान ने मतदाताओं से आगामी विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को एक मौका देने का आग्रह किया था, जिसमें राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने का वादा किया गया था। हिमाचल में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है। केजरीवाल ने कहा था, ”अगर आप चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 8.5 लाख छात्रों का भविष्य उज्जवल हो, तो ‘आप’ को मौका दें।” पहाड़ी राज्य में मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टी केजरीवाल के दिल्ली के शासन मॉडल का प्रदर्शन कर रही है।
आम आदमी पार्टी हिमाचल में ”ईमानदार सरकार” बनाने और सत्ता में आने पर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बदलाव करने का वादा कर रही है।आम आदमी पार्टी (आप) ने घोषणा की है कि वह राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। फिलहाल इस चुनावी साल में आम आदमी पार्टी कितने राज्यों में सफल होती है, यह वक्त बताएगा क्योंकि अभी हाल ही में हुए पांच राज्यों में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी की चार राज्यों में हार का सामना करना पड़ा था जबकि पार्टी पंजाब में जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी।

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