
दीपावली के दिन रविवार सुबह उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल धंसने 40 मजदूर फंसे हुए हैं। सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए 30 घंटे से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लेकिन अभी तक कोई भी मजदूर निकला नहीं जा सका है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। यहां पर सीएम धामी ने राहत बचाव कार्यों का जायजा लिया। उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर स्थित सिल्क्यारा टनल में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। सिलक्यारा कंट्रोल रूम ने बताया कि वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे लोगों से संपर्क हुआ, सभी सुरक्षित हैं। जिसमें 40 मजदूर फंस गए। यह टनल ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है।
उत्तरकाशी, सिलक्यारा टनल में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। टनल में मलवा हटाने का कार्य लगातार जारी है। वायरलेस वाकी-टॉकी से अंदर फंसे मजदूरों से सम्पर्क हुआ है, सभी के सुरक्षित होने की जानकारी मिली है, मजदूरों के लिये कैम्प्रेसर के माध्यम से कुछ खाने के पैकेट अंदर… pic.twitter.com/mga1HRFE1j
— Ashok Kumar IPS (@AshokKumar_IPS) November 13, 2023
फंसे मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, नेशनल हाईवे के 200 से ज्यादा लोग इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए पिछले 30 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं। मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हुआ हैं। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं. टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए रात में कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक चने के पैकेट भेजे गए हैं। टनल में जिन राज्यों के मजदूर फंसे हैं उनमें बिहार के 4, उत्तराखंड के 2, बंगाल के 3, यूपी के 8, उड़ीसा के 5, झारखंड के 15, असम के 2 और हिमाचल प्रदेश का एक श्रमिक शामिल हैं। यह सुरंग चार धाम ऑल वेदर रोड परियोजना का हिस्सा है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि लगभग 160 बचावकर्मी ड्रिलिंग उपकरण और उत्खननकर्ताओं की मदद से फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी की घटना की जानकारी ली है। उन्होंने सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस हादसे से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। भारत सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों को राहत और बचाव कार्यों में सहयोग करने के लिए निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि, लेपचा, हिमाचल प्रदेश से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन के माध्यम से आज उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल निर्माण के समय मलबा आने की वजह से टनल में फंसे मजदूरों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उत्तरकाशी के सीओ प्रशांत कुमार ने सोमवार को बताया कि हम टनल के अंदर 15 मीटर तक जा चुके हैं और लगभग 35 मीटर और अंदर जाना है। देर रात तक मजदूरों से संपर्क हो गया। सभी मजदूर सुरक्षित हैं। उन्हें पाइप के जरिए ऑक्सीजन और खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है।
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