7 अक्टूबर से इजरायल और हमास के आतंकियों के बीच चल रही जंग जारी है। इन दोनों देशों के बीच संघर्ष अभी फिलहाल जारी रहेगा। इजराइल लगातार हमास के ठिकाने गाजा पट्टी पर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है । इस बीच इजराइल में रह रहे भारतीयों की वतन वापसी शुरू हो गई है। इजरायल और हमास आतंकियों में चल रहे संघर्ष के बीच इजरायल में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए शुरू किए गए ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत 212 भारतीयों का पहला जत्था शुक्रवार सुबह पहुंचा। दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सबका स्वागत किया। भारतीय समय के अनुसार इजराइल के डेविड बेंगुरिअन एयरपोर्ट से गुरुवार देर रात 12:44 बजे फ्लाइट ने भारत के लिए उड़ान भरी थी। इजराइल में करीब 18 हजार भारतीय रहते हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को बताया कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वहां से निकालने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ की शुरुआत की गई है। इसके तहत पहली चार्टर्ड फ्लाइट गुरुवार रात तेल अवीव पहुंच गई थी। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर सरकार भारतीय वायु सेना के विमानों की मदद भी ले सकती है, अभी सिर्फ चार्टर्ड विमानों की मदद ली जा रही है।

बागची ने बताया कि इजरायल में 18 हजार भारतीय होने के अलावा कुछ भारतीय गाजा पट्टी में भी फंसे हैं। इसमें कश्मीर की एक महिला भी है, जिसकी जानकारी विदेश मंत्रालय को है। इनको वहां से निकाले जाने के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वहां भी ऐसा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल इजरायल में रहने वाले सभी भारतीयों से कहा गया है कि वह तेल अवीव स्थित दूतावास से संपर्क करें और सरकार की वेबसाइट पर पंजीयन कराएं। बता दें कि इजराइल-हमास के बीच 7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में 2,700 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से करीब 1,300 इजराइली हैं। अब तक करीब 1,400 फिलिस्तीनियों ने भी जान गंवाई है। इजराइल का कहना है कि उसकी सेना ने 6 दिनों में हमास के 3,600 ठिकानों पर हमला किया है। इजराइल ने गाजा पट्टी में आसमान से पर्चे गिराए हैं। इन पर लिखा है- हमास के हमलों की वजह से इजराइली सेना जवाब दे रही है। जिन इमारतों में हमास काम कर रहा है, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा। इजराइल के हवाई हमलों में 3 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं।
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