BJP releases second list of candidates for MP polls 2023
एक दिन पहले 25 सितंबर को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आगामी नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए। सोमवार सुबह से सियासी गतिविधियां शुरू हुई जो रात तक चलती रही। वही शाम को तमिलनाडु में एआईएडीएमके ने भाजपा एनडीए से नाता तोड़ लिया। उसके बाद भाजपा आला कमाने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए देर शाम अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी। जारी की गई इस लिस्ट में कई नाम चौंकाने वाले भी रहे। इस लिस्ट में मोदी सरकार के तीन केंद्रीय मंत्री, 7 पार्टी के सांसदों और एक महासचिव को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है। इसके साथ भाजपा दिल्ली दरबार ने अगर सरकार बनती है तो मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री परिवर्तन को लेकर शिवराज सिंह चौहान को भी सख्त संदेश दे दिया। आइए जानते हैं भाजपा-कांग्रेस के बीच क्या-क्या हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश और राहुल गांधी छत्तीसगढ़ दौरे पर थे। पीएम मोदी ने दोपहर में मध्य प्रदेश के भोपाल में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। पीएम मोदी ने भोपाल में कहा, ‘जब मोदी गारंटी देता है, तो वह जमीन पर उतरती है और घर-घर पहुंचती है। वहीं, कांग्रेस अब एक कंपनी बन गई है, जिसे अर्बन नक्सल चला रहे हैं। भोपाल से दोपहर बाद प्रधानमंत्री जयपुर पहुंचे। यहां पर भी पीएम मोदी ने कांग्रेस पर कई आरोप लगाए। प्रधानमंत्री मोदी ने जयपुर में कहा, घमंडिया गठबंधन सनातन को जड़ से मिटाना चाहता है, लेकिन अगले चुनावों में वे खुद जड़ से उखड़ जाएंगे। राजस्थान के लोगों ने गहलोत सरकार को हटाने की ठान ली है। वहीं दूसरी और राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी रिमोट कंट्रोल का बटन खुले में दबाती है, लेकिन भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छिपकर बटन दबाते हैं। कांग्रेस बटन दबाती है तो जनता को खाते में पैसा मिलता है। नरेंद्र मोदी जी रिमोट कंट्रोल का बटन दबाते हैं तो अडानी को मुंबई एयरपोर्ट, रेलवे का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है। भाजपा बटन दबाती है तो पब्लिक सेक्टर प्राइवेटाइज हो जाता है, आपका जल, जंगल, जमीन अडानी के हवाले हो जाता है। राहुल गांधी ने कहा कि संसद में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि डिफेंस में, एयरपोर्ट में, पोर्ट में अडानी को फायदा दिलाया गया। काले कृषि कानून में अडानी को फायदा दिलाने का प्रयास हुआ। ये रिश्ता क्या है। इस सवाल करने पर मेरी लोकसभा सदस्यता रद कर दी गई। वहीं सोमवार शाम भारतीय जनता पार्टी को तमिलनाडु में बड़ा झटका लगा। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) ने को बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से गठबंधन तोड़ने का एलान किया। इस संबंध में पार्टी ने प्रस्ताव पारित किया है। गठबंधन टूटने का सबसे बड़ी वजह सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति न बन पाना रही। साथ ही अन्नाद्रमुक चाहता था कि कई मामलों में जांच का सामना कर रहे पार्टी के निष्कासित नेताओं टीटीवी दिनाकरण, ओ पनीरसेल्वम और शशिकला के प्रति नरमी बरती जाए। पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अन्नाद्रमुक प्रमुख एके पलानीस्वामी की बैठक में कोई रास्ता नहीं निकल पाया था। हालांकि अन्नाद्रमुक ने गठबंधन तोड़ने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई की पूर्व सीएम जयललिता और अन्नादुरई के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणियों का बहाना बनाया है।




39 प्रत्याशियों की जारी की दूसरी लिस्ट, भाजपा ने कई मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को उतारा–
भाजपा हाईकमान ने सोमवार देर शाम चौंकाते हुए मध्य प्रदेश में करीब 2 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 39 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी की है। इसमें 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को टिकट दी है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को मुरैना की दिमनी, प्रह्लाद पटेल को नरसिंहपुर और फग्गन सिंह कुलस्ते को निवास विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है। सांसद राकेश सिंह, गणेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह को भी मैदान में उतारा है। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से कैंडिडेट बनाया है। कमलनाथ की छिंदवाड़ा सीट से विवेक बंटी साहू को उतारा है। इस दूसरी लिस्ट के सामने आने के बाद यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा इन मंत्रियों और सांसदों को अब केंद्रीय कैबिनेट में रखने के मूड में नहीं है। वहीं, बीजेपी ने मैहर से नारायण त्रिपाठी, सीधी से केदारनाथ शुक्ला और नरसिंहपुर सीट से जालम सिंह पटेल का टिकट काट दिया है। बीजेपी ने दूसरी लिस्ट में 39 में से 6 महिलाओं को टिकट दिया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी इमरती देवी को भी टिकट मिला है। इस बार भाजपा ने कई बड़े चेहरे उतारे है जिसमें तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों का नाम शामिल है। कांग्रेस को चौतरफा घेरने के लिए भाजपा ने काफी सटीक दांव चला है। मुख्यमंत्री पद के सारे दावेदारों को उतार भाजपा ने यह साफ संदेश दे दिया है कि सभी अपने क्षेत्र को जीतें और जिताएं। इस लिस्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ विवादित ट्वीट किया। मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘हार को सामने देख कर रावण ने कुंभकर्ण, अहिरावण, मेघनाद सबको उतार दिया था, बस यही दूसरी लिस्ट में हुआ है। इससे पहले बीजेपी ने पहली लिस्ट में 39 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी। अभी तक बीजेपी मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा में से 78 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर चुकी है। बता दें कि साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने निर्दलीय, बसपा और सपा के समर्थन से गठबंधन सरकार बनाई थी। हालांकि, 15 महीने बाद यह व्यवस्था ध्वस्त हो गई, जब अब केंद्रीय मंत्री, ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का एक समूह भगवा पार्टी में शामिल हो गया, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने राज्य की कमान संभाली । एमपी में फिलहाल बीजेपी की सरकार है और कांग्रेस विपक्ष में बैठी हुई है। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी मैदान में हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। 230 विधानसभा सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस में काफी रोचक मुकाबला होगा ।