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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान से देश में 5G सर्विस लॉन्च की। इसके साथ ही देश के कई शहरों में 5G की शुरुआत हो गई है। लॉन्चिंग के साथ भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया, जहां लेटेस्ट जेनरेशन की टेलीकॉम सर्विसेस मिलेंगी। इस मौके पर पीएम मोदी 5G नेटवर्क पर वीडियो कॉल की मदद से महाराष्ट्र में स्कूल के बच्चों से बातचीत की। साथ ही अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 5G के जरिए बच्चे नए युग का हिस्सा बनेंगे, ये 21वीं सदी को सबसे बड़ी शक्ति का आगाज है। 5G के आने से इंटरनेट स्पीड 4G की तुलना में करीब 10 गुना बढ़ जाएगी। दिल्ली के प्रगति मैदान में आज से टेलीकॉम इंडस्ट्री के बड़े इवेंट इंडियन मोबाइल कांग्रेस के छठे एडिशन की शुरुआत हुई है। एयरटेल ने की 8 शहरों से 5G की शुरुआत। भारती-एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने 8 शहरों से 5G की शुरुआत का एलान किया। इनमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, वाराणसी, अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद और सिलीगुड़ी है।
Historic day for 21st century India! 5G technology will revolutionise the telecom sector. https://t.co/OfyAVeIY0A
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2022
वहीं एयरटेल का 2024 तक पूरे देश में 5G सर्विस पहुंचाने का प्लान है। दूसरी तरफ जियो की 5G सर्विस की शुरुआत 4 शहरों से रिलायंस ने बीते दिनों अपनी एजीएम में बताया था वो दिवाली तक 4 शहरों- दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई में 5G सर्विस शुरू करेगी। वहीं मुकेश अंबानी ने आज इंडियन मोबाइल कांग्रेस में कहा कि जीओ के जरिए दिसंबर 2023 तक देश के हर कोने में 5G सर्विस पहुंचेगी। मुकेश अंबानी ने कहा कि 5G का रोलआउट भारत के दूरसंचार इतिहास में कोई सामान्य घटना नहीं है। देश ने भले ही थोड़ी देर से शुरुआत की हो, लेकिन हम दुनिया की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक किफायती 5G सेवाओं को शुरू करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 5जी शुरू होने पर मैं प्रत्येक प्रत्येक भारतवासी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
5G services in 🇮🇳 launched by PM @narendramodi Ji. pic.twitter.com/OIQuOe1efl
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 1, 2022
आजादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में 1 अक्टूबर 2022 की तारीख इतिहास में दर्ज होगी। नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ कंज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि टेक्नोलॉजी के विकास में एक्टिव भूमिका निभाएगा। भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में, उस से जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग में भारत की बड़ी भूमिका होगी। आज इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G, इंटरनेट का पूरा आर्टिटेक्चर बदल देगा। उन्होंने कहा कि 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा। लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया। 2014 में जीरो मोबाइल फोन एक्सपोर्ट से आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल एक्सपोर्ट करने वाले देश बन चुके हैं। इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है। पीएम मोदी ने कहा, एक वक्त था, जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। लेकिन मुझे देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है। सरकार ने खुद आगे बढ़कर डिजिटल पेमेंट्स का रास्ता आसान बनाया। सरकार ने खुद ऐप के जरिए नागरिक केंद्रीत डिलीवरी सर्विस को बढ़ावा दिया. बात चाहे किसानों की हो, या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया। हमारे देश की जो ताकत है, इस ताकत को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं। घर-घर बिजली, हर घर जल और हर घर गैस सिलेंडर की तरह सरकार इंटरनेट फॉर ऑल पर काम कर रही है। सरकार ने डिजिटल पेमेंट का रास्ता आसान बनाया। छोटा दुकानदार भी कहता है, कैश नहीं ‘UPI’कर दीजिए। जियो, वोडोफोन और एयरटेल ने लाइव डेमो दिया भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता दिखाने के लिए देश के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने प्रधानमंत्री के सामने एक-एक यूज केस का डेमोंसट्रेशन दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इन टेलीकॉम कंपनियों के पवेलियन को विजिट किया। इससे पहले Jio True 5G तकनीक का जायजा लेने प्रधानमंत्री जियो पवेलियन पहुंचे। प्रधानमंत्री ने जियो-ग्लास पहनकर वर्चुअल रियलिटी का रियल टाइम एक्सपीरियंस किया। इस दौरान जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी प्रधानमंत्री को जियो-ग्लास के बारे में बताते दिखे। इससे पहले रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो पवेलियन पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान देश के तीन प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटरों ने भारत में 5G तकनीक की क्षमता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री के सामने कई तकनीकों प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में पीएम के सामने हाई-सिक्योरिटी राउटर, साइबर थ्रेट डिटेक्शन प्लेटफॉर्म, अंबुपॉड जैसी 5G तकनीकों का अनुभव कराया गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि दिसंबर 2023 तक देश के हर तालुका तक जियो 5G की सेवा पहुंच जाएगी।
इन देशों में 5जी सर्विस पहले ही शुरू हो चुकी है–
बहुत से देश ऐसे हैं जहां 5G की शुरुआत हो चुकी है, वहीं कईं देशों में इसे आंशिक रूप से चालू किया गया है। अगर यूरोपीय देशों की बात करें तो फ्रांस और जर्मनी में 5G का पूरा कवरेज है। इन देशों ने बहुत पहले ही इस सर्विस पर काम शुरू कर दिया था और आज इसको उपयोग में ला फायदा उठा रहे हैं। यूरोपीय देशों के अलावा दक्षिण कोरिया, अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, इटली, कनाडा और कुछ अफ्रीकन देशों में 5जी सर्विस चालू है। अगर पूरी तरह से चालू नहीं भी है तो बड़े हिस्से में इसका नेटवर्क काम कर रहा है। यहां तक कि रूस में भी 5G सेवा शुरू है। यह अलग बात है कि अभी राजधानी मॉस्को में ही 5G सर्विस शुरू की गई है, लेकिन बाकी के शहरों में भी तेजी से काम जारी है। भारत दुनिया के उन बड़े देशों में से एक है जहां अभी तक 5G नेटवर्क नहीं है। लेकिन अगर भारत के पड़ोसियों की करें तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल तो अभी 5G सर्विस की रेस में कूद भी नहीं पाए हैं। वहीं दूसरी ओर आर्थिक तंगी और तमाम चुनितियों के बावजूद भी श्रीलंका अपने यहां 5G सर्विस चला रहा है। देश में 5G सर्विस आने के बाद कस्टमर्स को बेहतर कॉल और कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी। इंटरनेट यूजर्स मूवी और अन्य चीजों को चुटकियों में डाउनलोड कर सकेंगे। टीवी प्रोग्राम, मल्टीमीडिया आदि हाई क्वालिटी में देख पाएंगे। 5जी से कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, यातायात प्रबंधन आदि तमाम क्षेत्रों में क्रांति आ सकती है। साथ ही 5G टेक्नोलॉजी से ड्राइवरलेस कार का सपना भी साकार किया जा सकता है। 5G टेक्नोलॉजी हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए भी एक उम्मीद की किरण दिखा रही है।