दिल्ली शराब नीति घोटाले में फिर से 40 ठिकानों पर छापेमारी, बीजेपी ने की मनीष सिसोदिया से इस्तीफे की मांग

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दिल्ली में शराब नीति पर छिड़े बवाल के बीच प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने आज एक बार फिर से 40 ठिकानों पर छापेमारी की है। इस सिलसिले में हैदराबाद में 25 जगहों पर तलाशी चल रही है। वहीं शराब नीति घोटाला मामले में दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येन्द्र जैन से आज ईडी पूछताछ करने वाली है।
इससे पहले गुरुवार को शराब नीति घोटाला मामले में स्पेशल CBI जज गीतांजलि गोयल ने ईडी को सत्येन्द्र जैन से पूछताछ की इजाजत दे दी थी जिसके बाद अब एजेंसी उनसे आज पूछताछ की जाएगी। कोर्ट ने ईडी की टीम को तिहाड़ जेल में ही पूछताछ करने को कहा है। उनसे पूछताछ से पहले ईडी की 40 ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
बता दें कि इससे पहले भी ईडी ने 6 सितंबर को दिल्ली, यूपी, पंजाब सहित कई राज्यों में शराब कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। ये कार्रवाई गुरुग्राम, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई, बेंगलुरु सहित करीब 35 ठिकानों पर की गई थी।
नहीं थम रहा शराब घोटाले का विवाद:
इस मामले में दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर सियासत और भी गर्म होते जा रही है। भाजपा के द्वारा इसका लगातार विरोध किया जा रहा है। सीबीआई जांच के साथ-साथ बीजेपी भी लगातार डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का घेराव कर रही है। इसी कड़ी में बीजेपी नेताओं ने मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था। साथ ही उनके इस्तीफे की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला:
दरअसल में दिल्ली में केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लेकर आई थी। इस नीति के आने के बाद दिल्ली के शराब कारोबारी ग्राहकों को डिस्काउंटेड रेट पर शराब बेच रहे थे. कई जगहों पर एक बोतल खरीदने पर दूसरी मुफ्त दी जा रही थी। आबकारी नीति 2021-22 के चलते एक समय ऐसा भी आया था, जब दिल्ली में शराब दुकानों की संख्या करीब 650 पहुंच गई थी।
जांच एजेंसी ने नई शराब नीति में घोटाला होने का दावा किया था, जिसके बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 को वापस ले लिया था। राज्य में 1 सितंबर से पुरानी शराब नीति दोबारा लागू कर दी गई है। नई नीति लागू होने से पहले ही कई लाइसेंस धारकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए थे।
इस शराब घोटाले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। सीबीआई ने शराब घोटाला मामले में उनसे लंबी पूछताछ भी की थी। सीबीआई की टीम ने डिप्टी सीएम के घर से सीक्रेट डॉक्यूमेंट भी बरामद किए थे।