रोजर फेडरर ने अपने 24 साल के लंबे करियर में 1500 से अधिक मैच खेलकर लगाया अचनाक ब्रेक, फैंस हैरान

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रोजर फेडरर, टेनिस की दुनिया का एक बड़ा नाम जो शायद सदियों तक याद रखा जाएगा और सिर्फ याद ही नहीं बल्कि उसकी गाथाएं भी दुनिया गाएगी क्योंकि आने वाले समय में या अभी भी जो टेनिस को पसंद करते हैं, उनकी पहली पसंद रोजर फेडरर ही होते हैं। लेकिन फेडरर ने अचानक से अपने 24 साल के लंबे करियर पर फूल स्टॉप लगा दिया है। उन्होंने टेनिस कोर्ट से सन्यास लेने की घोषणा कर सबको स्तब्ध कर दिया। फेडरर की जीत का कारवां शुरु हुई थी 2003 में जब उन्होंने अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे नहीं देखा।
फेडरर ने उसके बाद 6 ऑस्ट्रेलियन ओपन, 1 फ्रेंच ओपन, 8 विंबलडन और 5 यूएस ओपन के खिताब अपने नाम कर टेनिस की दुनिया के एकलौते बादशाह भी बने। हालांकि उन्हें कंपटीशन देने वालों में राफेल नडाल और जोकोविच हमेशा उनकी तारीफों के पुल बांधते हुए नज़र आए। फेडरर लेवर कप में आखिरी बार टेनिस कोर्ट पर उतरेंगे। वह लंबे समय से घुटने के चोट के कारण परेशान रहे हैं और सर्जरी के बाद से वह वापसी नहीं कर पाए हैं। 41 साल के महान खिलाड़ी के संन्यास की घोषणा के बाद टेनिस के एक युग का अंत माना जा रहा है।
फेडरर ने अपने खेल से पूरी दुनिया को कई स्वर्णिम पल दिखाए हैं। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, ‘मेरी उम्र 41 साल है। मैंने 24 साल में 1500 से ज्यादा मैच खेले हैं। मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि टेनिस ने मेरे साथ इतना अधिक उदारता से व्यवहार करेगा और अब मुझे यह पहचानना होगा कि मेरे प्रतिस्पर्धी करियर के अंत का समय है।’ फेडरर अपने करियर के आखिरी एटीपी इवेंट में भाग लेंगे। फेडरर ने 24 साल के अपने इस करियर के दौरान रहे उनके प्रतिद्वंदी और दुनिया भर के फैंस को शुक्रिया कहा।
फेडरर ने अपनी पत्नि मिर्का को स्पेशल थैक्स बोला और कहा कि उसने फाइनल से पहले मुझे काफी प्रोत्साहित किया था और उस समय वह 8 महीनें की प्रेगनेंट होने के बावजूद मेरा पूरा मैच देखी थी और साथ ही पिछले 20 वर्षों से मेरे साथ रही है। ग्रास कोर्ट और हार्ड कोर्ट के शाहंशाह माने जाने वाले रोजर फेडरर ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी जीत चुके हैं। 28 जनवरी 2018 को अपना आखिरी ऑस्ट्रेलिया ओपन जीतने वाले रोजर फेडरर ने अपने सन्यास में सबसे बड़ा कारण चोट को भी बताया।
अमन पांडेय