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नई दिल्ली, 29 अगस्त। फ़िल्म एक्टर और क्रिटिक के आर के यानी कि कमाल आर खान। जब भी देखते हैं कि उनकी चर्चाएं सोशल मीडिया पर बन्द हो गई है या फिर कम हो गई है। तो एक ट्वीट कर देते हैं क्योंकि ट्वीट में रखा कुछ नही है लेकिन चर्चाएं शुरू हो जाती हैं। अब एक बार फीर से उन्होंने अपने एजेंडे को आगे बढ़ाया है। और इस बार उस ट्वीट के शिकार हुए हैं विराट कोहली और अनुष्का शर्मा।
I simply can’t understand, when #ViratKohli himself is accepting that he is having depression problem, then how he is in the team for #AsiaCup2022! Are selectors also having depression problem?
— KRK (@kamaalrkhan) August 27, 2022
केआरके ने विराट कोहली को एक बार फिर निशाना बनाया है। विराट ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह मानसिक रूप से डाउन महसूस कर रहे थे। इस पर उनका मजाक उड़ाते हुए केआरके ने लिखा कि विराट कोहली पहले भारतीय क्रिकेटर हैं जो इस तरह के डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हैं। ये है रिजल्ट एक हीरोइन से शादी करने का। उन्होंने जरूर कोहली के दिमाग में यह बैठा दिया कि आप डिप्रेशन में हैं। हालांकि लगातार आलोचना होने के बाद उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया है। अब उनसे सवाल पूछा जा रहा है और सवालों के जवाब में वे खुद घिर चुके हैं।
Ek North Indian strong boy #ViratKohli𓃵 Ko Depression Ki Beemari Kaise Ho Gayee? Ispe Video Banta Hi hai. Should I make the video? Like for YES, RT for NO.
— KRK (@kamaalrkhan) August 27, 2022
लोगों के सवालों के जवाब देने की जगह के आर के ने दो और ट्वीट कर डाले। अपने दूसरे ट्वीट में केआरके ने लिखकर सुझाव मांगा कि एक नार्थ इंडियन मजबूत लड़का को डिप्रेशन की बीमारी कैसे हो गई, इसपर वीडियो बनना चाहिए या नहीं। इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर लिखा मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि जब खुद विराट कोहली ने अपनी डिप्रेशन वाली बात एक्सेप्ट कर ली है तो उन्हें एशिया कप की टीम में जगह देने का क्या मतलब। क्या बीसीसीआइ की सेलेक्शन कमिटी भी डिप्रेशन का शिकार हो गई है?
केआरके के दोनों ट्वीट बताती है कि आखिर वे अपनी फेम पाने के लिए कितना उतावले हैं। ये उनकी हरकत बिल्कुल निचले स्तर की है और साथ ही उनके पास अधूरी जानकारी है जो उनके सिरियनेस को बखूबी बताता है। विराट कोहली ने डिप्रेशन वाली बात 2009-10 के समय में कही थी जब वे टीम इंडिया में नए-नए थे और उन्होंने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह 2009-10 में सबके साथ होने के बावजूद खुद को अकेला महसूस करते थे। लेकिन उनके साथ हुए 13 साल पहले की बातों को अभी के कॉन्टेस्ट में जोड़कर अपनी फेम पाने की एक नाकामयाब कोशिश केआरके कर रहे हैं। आज उनकी छवि सिर्फ एक ट्रोलर वाली हो गई है।

ऐसा नहीं है कि केआरके ऐसा पहली बार कर रहे हैं बल्कि उनके निशाने पर इससे पहले भी अनुष्का और विराट कोहली रहे हैं। इंग्लैंड दौरे के समय भी उन्होंने विराट को संन्यास लेने की नसीहत दी थी। उससे पहले भी कई बार केकेआर ने विराट और अनुष्का को टारगेट किया है। अब पाकिस्तान के खिलाफ विराट की पारी ने उन्हें जवाब दे दिया है। क्योंकि कहते हैं Form is temporary, Class is permanent. विराट के बल्ले से भले ही अभी रन नहीं निकल रहे लेकिन जो क्रिकेट को थोड़ा भी समझता है उसे पता है कि 70 शतक लगाने का क्या मतलब होता है।
नवम्बर 2019 से भले ही विराट कोहली का बल्ला न चला हो। न चलने का मतलब सिर्फ शतक से है क्योंकि अगर उसके बावजूद तुलना की जाए तो विराट कोहली ने बाकी बल्लेबाजों से बेहतर औसत से रन बनाए हैं। एक समय था जब सचिन तेंदुलकर जब रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहे थे, तो किसी ने नहीं सोचा था कि कोई उसके आसपास भी पहुंचेगा। फिर एंट्री हुई विराट कोहली की। उन्होंने सचिन के रिकॉर्ड को एक के बाद एक करके तोड़ना शुरू कर दिया। सचिन ने 24 साल के करियर में 100 शतक जड़े थे। विराट ने 11 साल में ही 70 इंटरनेशनल शतक ठोक दिए। टेस्ट, वनडे, टी20 सभी में गेंदबाजों को जीना मुश्किल कर दिया। तीनों फॉर्मेट में नंबर-1 बल्लेबाज रहे।