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दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जब पंजाबी सिंगर मूसेवाला की हत्या करने वालों को गुजरात के मुंद्रा पोर्ट के नजदीक एक किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया है। शार्प शूटर प्रियवर्त फौजी और कशिश अपने साथी केशव के साथ रह रहे थे। उनके पास से बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। 8 हाई एक्सप्लोसिव ग्रेनेड, अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर बरामद किया गया है। इसे AK47 पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा एक असॉल्ट राइफल, 3 पिस्टल, 36 राउंड कारतूस, एक पार्ट AK सीरीज असॉल्ट राइफल का मिला है।
प्रियवर्त फौजी हरियाणा के गढ़ी सिसाना का रहने वाला है जो कि पूरे हत्याकांड को लीड कर रहा था जबकि केशव उर्फ कुलदीप जिला झज्जर का निवासी है। तीसरा दोस्त केशव बठिंडा का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि मूसेवाला की हत्या में छह शार्प शूटर्स शामिल थे जो कोरोला और बोलेरो में सवार होकर आए थे। पुलिसा का दावा है कि अगर शार्प शूटर्स के हथियार फेल हो जाते या मौके पर कोई खतरा होता तो वे मूसेवाला पर ग्रेनेड अटैक की भी प्लानिंग किए हुए थे। साथ ही जब इन शार्प शूटर्स ने मूसेवाला की हत्या कर दी तो इन्होंने गोल्डी बराड़ को कॉल कर कहा था कि काम हो गया।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के स्पेशल पुलिस कमिश्नर के एचजीएस धालीवाल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरीए बताया कि मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए 2 मॉड्यूल एक्टिव थे। दोनों कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में थे। बोलेरो को कशिश चला रहा था। उस टीम का हेड प्रियवर्त फौजी था। उसके साथ अंकित सेरसा और दीपक मुंडी शामिल था। कोरोला गाड़ी को जगरूप रूपा चला रहा था। मनप्रीत मन्नू उसके साथ बैठा हुआ था जिसने मूसेवाला पर पहली फायरिंग की थी।