बिहार के भागलपुर में एक निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने से हड़कंप मच गया।

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बिहार के भागलपुर में एक निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने से हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा कि देर रात आई तेज आंधी और बारिश की वजह से पुल का स्ट्रक्चर गिर गया। गनीमत ये रही कि इस हादसे में किसी तरह के जान-माल की सूचना नहीं है। लेकिन जिस तरह से पुल का हिस्सा गिरा उससे इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
बता दें कि यह पुल नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल गंगा नदी पर बन रहा था। यह अगवानी-सुल्तानगंज पुल करीब 1710 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा था। इस घटना की जानकारी मिलते ही सुल्तानगंज से जेडीयू विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल, अंचलाधिकारी शंभूशरण राय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्मु मौके पर पहुंच कर मामले की जांच कर रहे है।

वहीं दूसरी ओर पुल का हिस्सा गिरने पर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया। जेडीयू विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने निर्माण में धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने अगुवानी पुल निर्माण की गुणवत्ता की जानकारी ली। विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने बताया कि अगुवानी पुल निर्माण कार्य में गुणवत्ता पूर्ण काम नहीं हो रहा। इसी का नतीजा है कि मामूली सी आंधी और बारिश में पुल का स्ट्रक्चर गिर गया। जेडीयू विधायक ने कहा कि वो पहले भी पुल का निरीक्षण कर चुके हैं। उस समय भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए थे। यही नहीं उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
मालूम हो कि इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी। 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन भी किया था। खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबे एप्रोच रोड का निर्माण भी चल रहा है। इस पुल के बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से जुड़ जायेगा। इसके साथ ही विक्रमशिला पुल पर भी गाड़ियों का दबाव कम होगा और श्रावणी मेला के दौरान कांवड़ लेकर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को भी फायदा होगा। उन्हें खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी की जगह केवल 30 किलोमीटर सफर करना होगा।