गन्ना किसानों को केंद्र सरकार ने दी सौगात, एफआरपी मूल्य को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल किया

केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत सरकार ने फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस यानी एफआरपी को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी देते हुए यह बताया कि आज कैबिनेट बैठक में गन्ने पर दिए जाने वाले फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस FRP को बढ़ाकर 290 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला हुआ है, ये 10 फीसदी रिकवरी पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी किसान की रिकवरी 9.5 फीसदी से कम होती है तो उन्हें 275.50 रुपये प्रति क्विंटल मिलेंगे।
बता दें हर साल गन्ना पेराई सत्र शुरू होने से पहले केंद्र सरकार एफआरपी की घोषणा करती है। इससे पहले गन्ने का एफआरपी 285 रुपये प्रति क्विंटल था यानी कि इसबार पांच रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है। मिलों को यह न्यूनतम मूल्य गन्ना उत्पादकों को देना होता है।
जानें क्या है एफआरपी:
एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है, जिस पर चीनी मिलों को किसानों से गन्ना खरीदना होता है। कमीशन ऑफ एग्रीकल्चरल कॉस्ट एंड प्राइसेज (सीएसीपी) हर साल एफआरपी की सिफारिश सरकार से करता है। सीएसीपी गन्ना सहित प्रमुख कृषि उत्पादों की कीमतों के बारे में सरकार को अपनी सिफारिश भेजती है। उस पर विचार करने के बाद सरकार उसे लागू करती है।