
राम नगरी अयोध्या दुल्हन की तरह सज के अब तैयार हो चुकी है। जिस एतिहासिक क्षण का इंतजार वर्षों से किया जा रहा था आज वो समय सामने आ चुका है। 134 साल पुराने अयोध्या मंदिर-मस्जिद विवाद पर 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुआई वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से फैसला सुनाया गया था। इस फैसले के तहत अयोध्या की 2.77 एकड़ की पूरी विवादित जमीन राम मंदिर निर्माण के लिए दे दी गई थी। देश में कोरोना संक्रमण कि वज़ह से भूमि पूजन के समय सीमा में बदलाव किए गए नहीं तो यह कार्य मई तक पूरा होने की संभावना थी।
राम मंदिर भूमि पूजन के इस क्षण में 36 परम्पराओं के संत भी शामिल रहेंगे। भूमि पूजन के 1 दिन पहले ही अयोध्या में कई अनुष्ठान की शुरुआत कर दी गई है और पूरी अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
इस पूजन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से अतिथियों की संख्या बहुत ही सीमित रखी गई है साथ ही सुरक्षा का भी पूरा इंतजाम कराया गया है और अयोध्या के चप्पे—चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सोमवार रात से ही पूरे इलाकों में गाड़ियों कि आवाजाही बंद कर दी गई है। लखनउ के कुछ दूर बाद ही थोड़े थोड़े अंतराल पर लगे पुलिस बैरियर की चेकिंग से गुजरे बिना किसी भी वाहन को गुजरने की अनुमति नहीं होगी। स्थानीय लोगों को भी पूरी जानकारी दिए बिना आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। लखनउ से अयोध्या के बीच कम से कम 15 जगह बैरियर लगाए गए हैं।
साथ ही प्रधानमंत्री के शामिल होने की वजह से सुरक्षा व्यवस्था को तीन चक्र में बांटा गया है। पहले चक्र की सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी के हवाले है जबकि दूसरे चक्र में अर्धसैनिक बल तैनात हैं। तीसरे और शहर के भीतर की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस के हवाले है।
रामजन्मभूमि से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर साकेत कॉलेज के प्रांगण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर उतरेगा जहां भूमि पूजन से एक दिन पहले ही कॉलेज की ओर आने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है।
पूरे अयोध्या के अलावा मंदिर स्थल के पास सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही कड़ी है। जानकारी के मुताबिक एनएसजी कमांडो समेत 4000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। कम से कम 75 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। लगभग 5000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सोमवार रात से ही जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है।
बता दें कि भूमि पूजन कार्यक्रम में करीब 175 से अधिक मेहमानों को बुलाया गया है और हर किसी को निमंत्रण भेजा गया है, साथ ही एक सिक्योरिटी कोड भी दिया गया है। उन्हें उसी कोड के जरिए भूमि पूजन स्थल पर एंट्री दी जाएगी।
पीएम समय सारिणी
पीएम मोदी आज 11 बजकर 15 मिनट पर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचेंगे और अयोध्या पहुंचने पर पीएम सबसे पहले हनुमानगढ़ी जाएंगे। इसके बाद पीएम मोदी रामलला का दर्शन करेंगे, जिसके बाद भूमिपूजन का कार्यक्रम होगा।
भूमि पूजन महोरत
दोपहर के 12 बजकर 15 मिनट और 15 सेकंड के बाद ठीक 32 सेकंड के भीतर भूमि पूजन के लिए पहली ईंट रखी जाएगी। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए आधारशिला रखने का शुभ मुहूर्त सिर्फ 32 सेकंड का रहेगा, जिसमें मंदिर की नींव रखना अनिवार्य होगा। इसके बाद पीएम मोदी मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने के लिए वे एक पट्टिका का अनावरण करेंगे और इस मौके पर ‘‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’’ पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी करेंगे।